नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, चंद्र दोष निवारण का उत्तम अवसर

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● नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, कुंडली के चंद्र दोष को दूर करने का विशेष महत्व
● आज अश्विनी नक्षत्र, वैधृति योग और रवि योग, शिव-पार्वती की पूजा के लिए भी शुभ दिन
● ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और विजय मुहूर्त सहित दिनभर के शुभ-अशुभ योगों का विवरण


Maa Brahmacharini Puja: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को नवरात्रि के दूसरे दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी, जिन्होंने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हजारों वर्षों तक कठोर तपस्या की थी, को साधना और आत्मसंयम की देवी माना जाता है। इनकी कृपा से साधक को अटूट आत्मविश्वास, धैर्य और संकल्प शक्ति प्राप्त होती है।

इस बार चैत्र नवरात्रि में माता के नौ स्वरूपों की पूजा केवल आठ दिनों में संपन्न होगी। आज के दिन अश्विनी नक्षत्र, वैधृति योग और कौलव करण का संयोग बन रहा है, जो भक्तों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। इसके अलावा, मेष राशि में स्थित चंद्रमा विशेष फलदायी रहेगा, विशेषकर उन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में चंद्र दोष है।

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा के साथ-साथ सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की भी विशेष पूजा करने का विधान है। इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने, धतूरा, फल, फूल, दूध और चावल अर्पित करने तथा “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करने से अत्यंत शुभ फल प्राप्त होते हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है।

आज दिनभर कई शुभ योग बन रहे हैं। रवि योग, जो दोपहर 1:45 बजे से शुरू होगा, विशेष रूप से शुभ कार्यों के लिए अनुकूल रहेगा। इसके अलावा, ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और विजय मुहूर्त भी लाभकारी रहेंगे। वहीं, राहु काल और यमगंड काल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को टालना उचित रहेगा।

आज के प्रमुख पंचांग विवरण:

  • तिथि: द्वितीया (सुबह 9:11 बजे तक), फिर तृतीया

  • नक्षत्र: अश्विनी (दोपहर 1:45 बजे तक), फिर भरणी

  • योग: वैधृति (दोपहर 1:46 बजे तक), फिर विष्कम्भ

  • चंद्र राशि: मेष

  • सूर्योदय: 06:13 AM | सूर्यास्त: 06:39 PM

  • चंद्रोदय: 07:13 AM | चंद्रास्त: 09:02 PM

आज के शुभ मुहूर्त:

  • ब्रह्म मुहूर्त: 04:41 AM – 05:27 AM

  • अभिजीत मुहूर्त: 12:01 PM – 12:51 PM

  • विजय मुहूर्त: 02:31 PM – 03:20 PM

  • गोधूलि मुहूर्त: 06:34 PM – 06:58 PM

  • रवि योग: 01:45 PM – 02:08 PM

आज के अशुभ समय:

  • राहु काल: 07:46 AM – 09:20 AM

  • यमगंड: 10:53 AM – 12:26 PM

  • गुलिक काल: 01:59 PM – 03:33 PM

  • दिशाशूल: पूर्व

आज के दिन विद्यार्थी, नौकरीपेशा लोग और व्यापारी मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कर विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। जिन कन्याओं को योग्य वर की तलाश है, वे इस दिन व्रत रखकर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करें, जिससे विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी।